Australia Open: सानिया मिर्जा ने आंखो में आंसू ले के करी ग्रैंड स्लैम को विदाई

  • Facebook
  • Twitter
  • Reddit
  • Flipboard
  • Email
  • WhatsApp
Australia Open: सानिया मिर्जा ने आंखो में आंसू ले के करी ग्रैंड स्लैम को विदाई (Image: Twitter/WTA)
Australia Open: सानिया मिर्जा ने आंखो में आंसू ले के करी ग्रैंड स्लैम को विदाई (Image: Twitter/WTA)

New Delhi : भारत की स्टार खिलाड़ी सानिया मिर्जा और उनके जोड़ीदार रोहन बोपन्ना को ऑस्ट्रेलिया ओपन टेनिस टूर्नामेंट के मिक्स्ड बल के फाइनल में हार का सामना करना पड़ा। ये मुकाबला सानिया मिर्जा का ग्रैंड स्लैम करियर का आखिरी मुकाबला था और इसको वो जीत के साथ खत्म करना चाहती थी लेकिन उनका ये सपना पूरा नहीं हो सका। सानिया मिर्जा ने अपने करियर में छह ग्रैंड स्लैम खिताब जीते हैं। मैच के बाद सानिया मिर्जा भावुक होती हुई नजर आई।

सानिया मिर्जा का आखिरी मैच

ग्रैंड स्लैम का अपना आखिरी मुकाबला सानिया मिर्जा और बोपन्ना ने मिक्स डबल के तौर पर रॉड लेवर एरेना में खेले गए फाइनल में लुइसा स्टेफनी और राफेल माटोस की ब्राजीलियन जोड़ी के खिलाफ़ खेला जिसमें वो 6-7 और 2-6 से हार गए। फाइनल में हार के बाद 36 साल की सानिया की आंखो में आंसू झलक पड़े। सानिया ने ये घोषणा की कि फरवरी में दुबई में होने वाला डब्ल्यूटीए टूर्नामेंट भी करियर का आखिरी टूर्नामेंट होगा।

जब सानिया की आँखों से छलक पड़े आंसू

मैच खत्म होने के बाद 42 साल के रोहन बोपन्ना ने सानिया को उनके शानदार करियर के लिए शुभकामनाएं दी, लेकिन इसी दौरान सानिया जब अपने करियर की बात कर रही थी तो वह अपने आंसू रोक नहीं पाई। बोपन्ना ने बताया कि सानिया ने देश के ढेरों युवाओं को टेनिस खेलने के लिए प्रेरित किया है। जब बोपन्ना उनकी तारीफ कर रहे थे उस समय सानिया मिर्जा भावुक हो गईं। उनकी आंखो से आंसू छलक पड़े। खुद को सम्भालते हुए साइन सानिया ने माइक पकड़ा और सभी का शुक्रिया अदा किया। साथ ही में विजेता जोड़ी को बधाई भी दी।

क्या कहा सानिया मिर्जा ने?

अपने करियर की बात करते हुए सानिया मिर्जा ने कहा कि उनका प्रोफेशनल करियर मेल्बर्न में ही 2005 में शुरू हुआ था। ग्रैंड स्लैम करियर को अलविदा कहने के लिए इससे बढ़िया जगह उनको नहीं मिल सकती थी। ये कहते हुए उनकी आँखों से आंसू छलक पड़े और उन्होंने कहा माफी चाहूंगी (रोते हुए)। सानिया मिर्जा ने एक बार फिर खुद को सम्भाला और अपने आंसुओं को पोछते हुए कहा यहाँ पर जब सेरेना विलियम्स के खिलाफ़ वो खेली थी तब उनकी उम्र महज 18 साल थी और आज 18 साल बाद जब वो यहाँ से विदा ले रही है तो ये उनके लिए सम्मान की बात है और उनके लिए ये घर जैसा है।

सानिया मिर्जा की ग्रैंड स्लैम

आपको बता दें कि सानिया ने मिक्स्ड डबल्स में 3 ग्रैंड स्लैम जीते हैं. सानिया के छह ग्रैंड स्लैम खिताब में से तीन मिश्रित युगल हैं, जो उन्होंने महेश भूपति (2009 ऑस्ट्रेलियाई ओपन, 2012 फ्रेंच ओपन) और ब्राजील के ब्रूनो सोरेस (2014 अमेरिकी ओपन) के साथ जीते. सानिया ने अपने तीनों महिला युगल ग्रैंड स्लैम खिताब हिंगिस (विम्बलडन 2015, अमेरिकी ओपन 2015 और ऑस्ट्रेलियाई ओपन 2016) के साथ मिलकर जीते.